Chandra Ketu Yuti: केतु और चंद्र का व्यक्ति पर ऐसा होता है प्रभाव, झेलनी पड़ती हैं मुश्किलें
Chandra Ketu Yuti: किसी की कुंडली में चंद्रमा का महत्व बहुत कम नहीं होता है. कुंडली के भावों में चंद्रमा जिस स्थान पर होता है, उसका प्रभाव तो उस व्यक्ति के जीवन में पड़ता ही है.
चंद्रमा के साथ जो ग्रह बैठा है ये ज्यादा महत्वपूर्ण है. चंद्रमा का स्वरूप स्वच्छ, सफेद और बड़ा आकार है. इसका मन पर आधिपत्य होता है.
जिनकी कुंडली में चंद्रमा प्रबल होता है, वो बहुत शांत और कोमल स्वभाव के होते हैं. ऐसे लोग जल की तरह शांत होते हैं.
जलीय प्रकृति होने से चंद्रमा जिस ग्रह की संगत में होता है, उसके जैसा होने लगता है. जैसे जल में कोई रंग डालें, तो उसका रंग भी वैसा ही होने लगता है.
कुंडली में अगर चंद्रमा को केतु का साथ मिले, तो व्यक्ति बहुत समझदार हो जाता है. इसलिए केतु को मंगल जैसा कहा और माना जाता है.
दरअसल, इन लोगों का स्वभाव ऐसा होता है कि किसी भी मामले में फौरन रिएक्शन यानी त्वरित प्रतिक्रिया देते हैं.
अब जो व्यक्ति त्वरित टिप्पणी करेगा, वह बिना सोचे समझे ही करेगा. ऐसे में गलत प्रतिक्रिया देने की संभावना ज्यादा होती है.
अब जो व्यक्ति त्वरित टिप्पणी करेगा, वह बिना सोचे समझे ही करेगा. ऐसे में गलत प्रतिक्रिया देने की संभावना ज्यादा होती है.
गलत प्रतिक्रिया के कारण बात बनने की बजाय बिगड़ सकती है, इसलिए इनको चाहिए कि त्वरित प्रतिक्रिया देने से बचें. अगर अर्जेंट रिएक्शन देना हो, तो सोच समझकर दें.
ऐसे जातक नुकसान होने पर पछताते हैं. फिर कुछ सीखने का प्रयास भी करते हैं. केतु की प्रवृत्ति काटने की होती है. इसलिए अगर ये चाहें, तो बुराई को खत्म कर सकते हैं.
दरअसल, ऐसे लोग अचानक काम शुरु कर देते हैं. कोई इनके बारे में अंदाजा नहीं लगा सकता कि ये कब क्या करेंगे. ऐसे व्यक्ति अच्छे ज्योतिषी हो सकते हैं.
Disclaimer: इस लेख में दी गई सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.