चंदन का तिलक लगाते समय भूलकर भी न करें ये गलती, वरना...
सनातन धर्म में पूजा के दौरान माथे पर तिलक लगाना सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है.
किसी भी शुभ कार्य के आयोजन से पहले माथे पर तिलक लगाना बेहद शुभ होता है.
माना जाता है कि अगर माथे पर सही तरीके से तिलक लगाया जाए तो कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति मज़बूत होती है. साथ ही इससे ग्रह दोषों से भी मुक्ति मिलती है.
लेकिन तिलक लगाते समय कुछ बातों को ध्यान रखना आवश्यक है. आइए जानते हैं तिलक लगाने के सही नियम...
अगर आप पीले चंदन का तिलक लगाते हैं, तो सीधे उसे डिब्बे में से निकालकर न लगाएं. पहले चंदन निकालकर उसे हथेली से रगड़ लें फिर माथे पर लगाएं. इससे हस्तरेखा की स्थिति में सुधार आता है.
अगर आप माथे पर लाल चंदन का तिलक लगाते हैं तो उसे अनामिका उंगली से लगाएं. इससे कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. वहीं, कनिष्ठा उंगली से तिलक लगाने से कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत होती है.
अगर आप धार्मिक कार्य में तिलक लगाते हैं तो 'केशवानन्न्त गोविन्द बाराह पुरुषोत्तम . पुण्यं यशस्यमायुष्यं तिलकं मे प्रसीदतु .. कान्ति लक्ष्मीं धृतिं सौख्यं सौभाग्यमतुलं बलम् . ददातु चन्दनं नित्यं सततं धारयाम्यहम्' मंत्र का उच्चारण करें. इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)