शिव तांडव स्त्रोत का नियमित पाठ करने से मिलते हैं ये लाभ, जानिए

चाहे देव हो या दानव, महादेव की कृपा हर किसी पर बरसती है. रावण जैसा अंहकारी भी भगवान शिव का बड़ा भक्त था.

शिव जी को प्रसन्न करने के लिए रावण ने एक स्तुति की रचना की, जिसे शिव तांडव स्त्रोत कहा जाता है.

ऐसी मान्यता है कि नियमित शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से सदैव भगवान शिव की कृपा भक्तों पर बनी रहती है. आइए आपको बताते हैं इसका पाठ करने से क्या लाभ मिलते हैं...

सोमवार के दिन शिव तांडव स्त्रोत का पाठ करने से भक्तों को भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है. उसके जीवन की सभी समस्याओं का अंत होता है.

शिव तांडव स्त्रोत का नियमित पाठ करने से कार्य में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और व्यक्ति के सभी काम सफलतापूर्वक होने लगते हैं.

शिव तांडव स्त्रोत का नियमित पाठ करने से व्यक्ति का मनोबल मजबूत होता है और जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं.

शिव तांडव स्त्रोत का नियमित पाठ करने से जीवन के सभी दुख, भय, दोष से मुक्ति मिलती है.

शिव तांडव स्त्रोत का नियमित पाठ करने से भगवान शिव अपने भक्तों के बड़े से बड़े संकट टाल देते हैं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)