Ants Facts: आप भी सूंघ सकते हैं चींटियों की सुगंध, जानिए कब?
चींटी बहुत छोटी होती हैं. इसके काटने का दर्द शायद प्रहार करने के लिए जानी जाती हैं. वे कब आएं और काटकर चली जाएं, पता ही नहीं चलता.
सोचिए अगर आपको इनकी गंध के बारे में पता हो, तो शायद काटने से पहले ही पता चल जाए कि कोई चींटी आपके आसपास है. आप उससे दूर हो जाएंगे और दर्द से बच जाएंगे.
क्या आप चींटियों को सूंघ सकते हैं? कैसे होती है इनकी गंध? साइंटिस्ट ने इसके बारे में बताया है.
अगर आपसे पूछा जाए कि चीटियां कितने तरह की होती हैं, तो आपका जवाब हो सकता है कि लाल चीटियां और काली चीटियां.
लाइव साइंस के रिपोर्ट की मानें, तो धरती पर चींटियों की 13,000 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं. जॉर्जिया में केनेसॉ स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्लिंट पेनिक ने इसपर लंबा रिसर्च किया है.
चींटी लाल और काले रंग की होती हैं. एक चीज है, जिससे ये अलग-अलग पहचान रख सकती है. और वह है इनकी गंध.
चींटियों की कई प्रजातियां कुचले जाने या दबने पर रसायन छोड़ती हैं, जिसकी गंध काफी तेज होती है. जैसे- ट्रैप-जॉ चींटियां जब परेशान होती हैं, तो उनसे चॉकलेट जैसी गंध आती है.
पीली रंग की सिट्रोनेला चींटियों से नींबू जैसी गंध आती हैं. वहीं, सबसे महत्वपूर्ण चींटी हमारे घरों में पाई जाती है. इसकी गंध सड़े पनीर या बासी नारियल जैसे होती है.
ऐसा इसलिए क्योंकि घरेलू चींटियों से मिथाइल कीटोन्स रसायन निकलता है. ये पेनिसिलियम बैक्टीरिया से उत्पन्न होते हैं, जो पनीर और सड़ते नारियल पर उगते हैं.
प्रोफेसर क्लिंट पेनिक ने कहा, "अगर हमें चींटियों की गंध- पता हो, तो हमला करने से पहले हम उन्हें कुचल देंगे. चींटियों की सभी प्रजातियों में इतनी गंध नहीं होती कि इंसान की नाक उसका पता लगा सके.
ये गंध काफी हल्की हो सकती है. कुछ की कुचलने के बाद गंध पता चलती है. अगर चींटियां काफी संख्या में एक साथ चलें, तो गंध पता चल जाती है. कुछ चींटियां ऐसी हैं, जो दूर से गंध देती हैं. इन्हें दूर से सूंघा जा सकता है.