मोदी को बधाई देने से पाकिस्तान ने किया तौबा, जानिए क्या है वजह?
एनडीए की बैठक में पीएम मोदी को संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है. रविवार को वह तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.
18वीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को जीत मिली है. इसके बाद से ही दुनिया भर के तमाम बड़े नेता पीएम मोदी को बधाई दे रहे हैं.
इन सबके बीच चुनाव के नतीजे आने के 4 दिन बाद भी पाक सरकार ने कोई बधाई नहीं दी है. आइए बताते हैं पूरा मामला.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच से जब शुक्रवार को पूछा गया कि पाकिस्तान ने नरेंद्र मोदी को उनकी चुनावी जीत पर बधाई क्यों नहीं दी?
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि चूंकि भारत में सरकार का गठन अभी चल ही रहा है. इसलिए मोदी को बधाई देने की बात करना जल्दबाजी है.
उन्होंने कहा सरकार के बारे में फैसला करना भारत के लोगों का अधिकार है. पाकिस्तान को भारत की चुनावी प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करना है.
मुमताज जहरा बलूच ने आगे कहा कि पाकिस्तान, भारत सहित सभी पड़ोसियों के साथ सहयोगात्मक संबंध चाहता है. पाकिस्तान बातचीत के जरिए विवादों का समाधान चाहता है.
भारत में लोकसभा चुनाव के भाषण में पाकिस्तान को लेकर की गई टिप्पणी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, पाकिस्तान भारत की तरफ से लगातार की जा रही बयानबाजी के बावजूद अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है.
आपको बता दें कि आम चुनाव में एनडीए को फिर से बहुमत मिलने पर भारत के पड़ोसी देश नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, चीन और श्रीलंका समेत रूस, अमेरिका और पश्चिमी देशों पीएम मोदी को बधाई दे रहे हैं. वहीं, पाकिस्तान ने अब तक बधाई नहीं दी है.
साल 2018 में जब इमरान खान की पार्टी पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. तब पीएम मोदी ने उन्हें प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले बधाई दी थी.
इस साल की शुरुआत में जब सहबाज शरीफ दोबारा प्रधानमंत्री बने, तब भी पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी थी.