समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को कुछ नहीं मिलता है, पढ़ें सुविचार
कहते हैं कि अगर दिन की शुरुआत अच्छी होती है, तो पूरा दिन सकारात्मकता के साथ बितता है. ऐसे में आपके दिन को और खास बनाने के लिए हम लाएं हैं कुछ सुविचार...
कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना, व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है.
सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और.
उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है, ना कभी था ना कभी होगा, जो वास्तविक है, वो हमेशा था और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता.
क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है.
यह सृष्टि कर्म क्षेत्र है, बिना कर्म किये यहाँ कुछ भी हासिल नहीं हो सकता.
जिस प्रकार अग्नि स्वर्ण को परखती है, उसी प्रकार संकट वीर पुरुषों को.
कर्म उसे नहीं बांधता, जिसने काम का त्याग कर दिया है.
जब मानव अपने कार्य में आनंद खोज लेता है, तब वह पूर्णता प्राप्त कर लेता है.