Space News: क्या ब्रह्मांड बनने के साथ ही आया भीमकाय ब्लैक होल, नई रिसर्च में हुआ चौंकाने वाला दावा 

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने ब्रह्मांड के बारे में बनी-बनाई धारणाओं को तोड़ा है. इसकी खोजों ने हमें अंतरिक्ष के उन पहलुओं से रूबरू कराया है, जिनसे हम वाकिफ तक नहीं थे. 

उन्हीं में से एक ब्रह्मांड के प्रारंभिक काल में पूरी तरह विकसित हो चुका सुपरमैसिव ब्लैक होल है. नई स्टडी में वैज्ञानिकों का दावा है कि ये काला राक्षस ब्लैक होल बिग बैंग के समय ही छोटे 'बीज' के रूप में उभरा होगा.

हम यह जानते थे कि लगभग सभी बड़ी आकाशगंगाओं के केंद्र में ब्लैक होल होते हैं. उनका आकार सूर्य से एक लाख गुना से लेकर अरबों गुना बड़ा होता है.

खास बात ये है कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप से पता चला कि ये विशालकाय ब्लैक होल ब्रह्मांडीय भोर में भी मौजूद थे और होल बिग बैंग के कुछ सौ मिलियन साल बाद, ब्रह्मांड में तारों और आकाशगंगाओं का निर्माण हो रहा था.

हम ब्लैक होल के बनने का एक ही तरीका जानते थे. बड़े तारों की मौत पर ब्लैक होल बनते हैं. 

ये आसपास के पदार्थ को निगलना शुरू करते हैं. JWST ने ब्रह्मांड के शुरुआती दौर में जितने बड़े ब्लैक होल देखे, उस आकार तक पहुंचने के लिए उन्हें बेहद कम समय में विलय और नए पदार्थ को लीलने की जरूरत पड़ी होगी.

वैज्ञानिक इन भीमकाय ब्लैक होल्स को समझाने की कोशिश में जुट गए. Cosmology and Astroparticle Physics जर्नल में छपे पेपर में, रिसर्चर्स ने एक थ्‍योरी सामने रखी है: ये विशालकाय ब्लैक होल ब्रह्मांड की बेहद शुरुआत में जन्मे होंगे.

1970s में, स्टीफन हॉकिंग ने यह विचार सामने रखा कि ब्रह्मांड में बिग बैंग के शुरुआती पलों में शायद बड़ी संख्या में छोटे-छोटे ब्लैक होल प्राकृतिक रूप से उत्पन्न हुए होंगे. 

ये ब्लैक होल तारों के ढहने से नहीं बने होंगे, लेकिन उस शुरुआती समय के अराजक उतार-चढ़ावों में उच्च घनत्व तक कंप्रेस्ड पदार्थ और ऊर्जा से सीधे पैदा हुए होंगे.

नई स्टडी में रिसर्चर्स ने पाया कि आदिम ब्लैक होल का एक छोटा सा हिस्सा भी 100 मिलियन वर्षों के दौरान विकसित हो सकता है. 

अगर वे ब्लैक होल खुद को पदार्थ के सबसे सघन संग्रह में पाते हैं, तो वे उस युग में सुपरमैसिव स्थिति तक पहुंचने के लिए पर्याप्त सामग्री एकत्र कर सकते हैं जिसमें JWST ने उन्हें देखा था.

अभी यह विचार एक परिकल्पना भर है. रिसर्चर्स ने सुझाया है कि ब्लैक होल के विकास के इस मॉडल को पहले तारों और आकाशगंगाओं के विकास वाले सिमुलेशंस में शामिल किया जाना चाहिए, जिससे यह पता लग सके कि यह कितना वास्तविक है.