Italy और Iran क्यों आपस में भिड़े, जानिए कैसे शुरू हुआ विवाद?
हिजबुल्लाह, हमास, गाजा, लेबनान में इजरायल और ईरान के बीच जमकर संघर्ष हो रहा है. इस बीच यूरोप में नया मोर्चा खुल गया है.
मामला ईरान और इटली का है. ईरान में इटली के पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसपर इटली ने ईरानी राजदूत से तीखा विरोध जताया, साथ ही अपने पत्रकार की रिहाई की मांग की.
एवज में उन्होंने कहा कि इटली अपनी जेल से उसके एक नागरिक को रिहा करे. दरअसल, अमेरिका ने इस ईरानी नागरिक के खिलाफ वारंट जारी किया था, जिसके आधार पर इटली में उसे पकड़ा गया.
आरोप है कि उसने पिछले साल जॉर्डन में एक ड्रोन अटैक किया था. अटैक में 3 अमेरिकी मारे गए थे. इस कारण तीनों देश आमने-सामने आ गए हैं.
16 दिसंबर को अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने 2 ईरानी नागरिकों के खिलाफ वारंट जारी किया था. आरोप है कि इन्होंने ईरान को ड्रोन टेक्नोलॉजी की सप्लाई की.
जनवरी, 2024 में इसका इस्तेमाल जॉर्डन में एक अमेरिकी चौकी पर हुआ. इसमें 3 अमेरिकी सैनिक मारे गए. उसी दिन एक आरोपी मोहम्मद अब्दीनी को इटली में मिलान के मालपेंसा एयरपोर्ट पर अरेस्ट कर लिया गया. जिसके प्रत्यर्पण की मांग अमेरिका इटली से कर रहा है.
घटना के 3 दिन बाद इटली की महिला रिपोर्टर सेसिलिया शाला को तेहरान में पकड़ा गया. वह 13 दिसंबर को जर्नलिस्ट वीजा पर ईरान गई थी. ईरानी न्यूज एजेंसी IRNA के मुताबिक इस्लामिक देश के नियमों के उल्लंघन के कारण उन्हें अरेस्ट किया गया.
इसके बाद से दोनों ही देशों की जनता में इनकी रिहाई की मांग हो रही है और सरकारें कह रही हैं कि उनके नागरिक को गलत आरोपों में पकड़ा गया है.
ईरानी दूतावास ने सोशल मीडिया पर ये भी पोस्ट किया कि अब्दीनी को गलत आरोपों में पकड़ गया है. अमेरिका द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद ईरान की ये पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया है.