परमाणु हमले के बाद जरूर होती है बारिश, एक-एक बूंद इंसानों के लिए काल 

22 अप्रैल को आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों को मार दिया.

इन निर्दोषों की हत्या का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था.  

वहीं, अब बदले में पाकिस्तान ने भारत पर कई ड्रोन हमले किए हैं. कुछ दिन पहले पाकिस्तान ने परमाणु हमले की भी धमकी दी थी.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि परमाणु हमले के बाद बारिश जरूर होती है. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह...

परमाणु बम विस्फोटक क्षमता से कहीं ज्यादा खतरनातक होता है. ये विस्फोट के बाद तबाही के साथ-साथ रेडिएशन से खतरा पैदा करता है.

अमेरिका ने 6 अगस्त, 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए थे. उस वक्त 80,000 से ज्यादा लोग रेडिएशन से मर गए थे.

परमाणु हमले के तुरंत बाद होने वाली बारिश को रेडियोधर्मी बारिश या फिर काली बारिश कहते हैं.

ये बारिश बेहद खतरनाक होती है, क्योंकि इसमें रेडियोएक्टिव कण, धूल और राख के तत्व होते हैं.

परमाणु हमले के बाद होने वाली बारिश को काली बारिश कहते हैं. क्योंकि काली बूंदे ही धरती पर गिरती हैं.

इस जहरीली बारिश से लोगों के शरीर में जलन होने लगती है. इस बारिश का असर कई सालों तक रहता है और इससे लोगों की मौत भी हो जाती है.