एक ऐसा शापित ग्रंथ, जिसे पढ़ने पर मितली है दौलत या मौत! जानें रहस्य
धार्मिक ग्रंथ या महाकाव्य पढ़ने से व्यक्ति को जीवन जीने का एक अलग तरीका मिलता है. इसे पढ़ने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
आदिकाल में कई ऐसे ग्रंथ और महाकाव्य लिखे गए हैं, जो आज भी पढ़े जाते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शापित ग्रंथ के बारे में बताएंगे, जिसे पढ़ते ही व्यक्ति की मौत हो जाती है.
इस ग्रंथ का नाम 'नीलावंती' ग्रंथ है. इस ग्रंथ को नीलावंती नाम की एक यक्षिणी ने लिखा था. ऐसे में इसका नाम नीलावंती ग्रंथ पड़ गया.
इसे यक्षिणी ने काफी मेहनत से लिखा था, लेकिन उसने खुद ही इसे श्राप दे दिया कि जो भी व्यक्ति इस ग्रंथ को बुरी नियत से पढ़ेगा उसकी मृत्यु हो जाएगी.
इसके अलावा जो भी इसे अधूरा पढ़ेगा वो पागल हो जाएगा. ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर यक्षिणी ने इसे श्राप क्यों दिया.
दरअसल, नीलावंती ग्रंथ पढ़ने वाला व्यक्ति पशु पक्षियों से बात करने में सक्षम हो सकता है. इसके अलावा वो किसी गड़े हुए खजाने का पता लगा सकता है.
लेकिन इसे श्राप मिलने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाता. क्योंकि हर कोई धन के लालच में ही इसे पढ़ता है.
श्राप के कारण व्यक्ति का मानसिक संतुलन खराब हो जाता है या फिर वो खजाने की खोज में पागल होकर मर जाता है.
हिंदी साहित्य में इस ग्रंथ का वर्णन मिलता है, लेकिन अब ये ग्रंथ कहीं भी मौजूद नहीं है. कहते हैं कि शापित होने के कारण ये ग्रंथ भारत में बैन है. वहीं, इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि इस ग्रंथ से जुड़े तथ्य सत्य हैं या नहीं.