नौकरी छोड़ हाउसवाइफ बनना चाहती हैं पढ़ी-लिखी लड़कियां, हैरान कर देगी वजह
आज के दौर में लड़कियां लड़को के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है. पढ़ाई-लिखाई, खेल-कूद हर क्षेत्र में लड़कियों का बोलबाला है.
लड़कियों को आगे बढ़ता देख समाज की भी मानसिकता बदल रही है. हर मां-बाप अपने बेटियों को खूब पढ़ाना-लिखाना चाहते हैं और उन्हें काबिल होते देखना चाहते हैं.
लेकिन सोशल मीडिया के दौर में लड़कियों में एक अलग बदलाव देखने को मिल रहा, जो हैरान करने वाला है.
सोशल मीडिया पर लड़कियों की नौकरी छोड़कर हाउसवाइफ बनने की ओर झुकाव देखा जा रहा है. ऐसे में हर कोई ये सोचने पर मजबूर है कि आखिर पढ़ी-लिखी लड़कियां हाउसवाइफ क्यों बनना चाहती हैं.
दरअसल, उनका ये फैसला किसी दबाव, परंपरा, या कोई दकियानूसी विचार के कारण नहीं है. बल्कि वो बेहद सोच-समझकर ये कदम उठा रही हैं.
ये फैसला सभी लड़कियों का नहीं है, बल्कि कुछ मामले ऐसे सामने आते हैं जिसमें लड़कियां पढ़ाई पुरी करके, कुछ साल नौकरी करने के बाद हाउसवाइफ बन जा रही. आइए जानते हैं वजह...
नौकरी करने वाला फिजिकली और मेंटली दोनों तरह से थक जाता है. ऐसे में महिलाएं नौकरी की भागदौड़ से परेशान हो जा रही है. मेंटल पीस और सुकून के लिए महिलाएं हाउसवाइफ बनना चाह रहीं.
महिलाओं को काम के साथ-साथ परिवार की भी देखभाल करनी पड़ती है. दोनों काम करना हर महिला के लिए संभव नहीं है. ऐसे में महिलाएं अपने परिवार और बच्चों के लिए नौकरी छोड़ देती हैं.
कई बार बेहतर डिग्री के बाद लोगों को करियर में सैटिस्फैक्शन नहीं मिलता है. वो अपने सपने को हासिल नहीं कर पाती हैं. ऐसे में उन्हें नौकरी छोड़ना ज्यादा बेहतर लगता है.