अमरनाथ गुफा में दिखता है अमर कबूतरों का जोड़ा, जानिए क्या है रहस्य
हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा करते हैं. ये यात्रा सबसे कठिन यात्राओं में से एक है. गुफा में खुद बाबा अमरनाथ का बर्फ का शिवलिंग प्रकट होता है.
कहते हैं इस गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने की कथा सुनाई थी. इस साल अमरनाथ यात्रा 03 जुलाई से शुरु होने वाली है.
अमरनाथ यात्रा की जब बात होती है, तो एक कबूतर के जोड़े का भी जिक्र होता है. आइए आपको बताते हैं ये कबूतर का जोड़ा इस गुफा में क्यों बैठा रहता है. आइए जानते हैं इसकी पौराणिक कहानी.
पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव से अमरत्व के रहस्य के बारे में पूछा. इस रहस्य को भोलेनाथ माता पार्वती से छुपा रहे थे. भगवान शिव ने आखिरकार रहस्य को बताने का सोचा तो वो माता पार्वती को हिमालय की इस गुफा में ले गए.
भगवान शिव का गुफा में ले जाने का कारण ये था कि उनके रहस्य को कोई और न सुन पाए. ऐसा इसलिए था क्योंकि जो भी कोई भी इस कथा को सुन लेता है वो अमर हो जाता है.
जब भगवान शिव माता पार्वती को कहानी सुना रहे थे तो उनको नींद आ गई थी और वो सो गईं थी. लेकिन भगवान शिव को इसका पता नहीं चला. बीच में शिव जी को गूं-गूं की आवाज की सुनाई दी.
भगवान शिव ने देखा की दो कबूतर कथा सुन रहे थे. ये देखकर भोलेनाथ क्रोधित हो गए और उनको मारने के लिए चल पड़े. इस पर कबूतरों ने कहा कि आप अगर हमें मार देंगे तो अमरत्व की कथा झूठी हो जाएगी.
भगवान शिव ने कबूतरों को छोड़ दिया. फिर भगवान शिव ने वरदान दिया कि वो कबूतर इस स्थान पर शिव पार्वती के प्रतीक चिन्ह के रूप में निवास करेंगे.
जानकारी के लिए बता दें कि अमरनाथ में ऑक्सीजन लेवल कम होता है. लेकिन फिर भी वहां कबूतर रहते हैं. अमरनाथ जी के दर्शन के दौरान अगर इन कबूतरों के दर्शन हो जाए तो बहुत शुभ माना जाता है.