उठो, जागो और..., जोश से भर देंगे स्वामी विवेकानंद के ये विचार
आज 4 जुलाई को स्वामी विवेकानंद की 123वीं पुण्यतिथि है. इस खास दिन पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है.
स्वामी विवेकानंद के दार्शनिक विचार और कथन आज भी सभी युवाओं को आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करते हैं.
ऐसे में आज हम आपके लिए स्वामी विवेकानंद के कुछ प्रसिद्ध विचार लेकर आए हैं, जो आपको जोश से भर देंगे...
उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये.
ब्रह्मांड की सभी शक्तियां हमारे अंदर हैं. यह हम ही हैं जिन्होंने अपनी आंखों के सामने हाथ रखा है और रोते हुए कहा कि अंधेरा है.
किसी की निंदा ना करें, अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं. अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये.
सच को कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है.
जब कोई विचार अनन्य रूप से मस्तिष्क पर अधिकार कर लेता है तब वह वास्तविक भौतिक या मानसिक अवस्था में परिवर्तित हो जाता है.
जितना हम दूसरों के साथ अच्छा करते हैं उतना ही हमारा हृदय पवित्र हो जाता है और भगवान उसमें बसता है.
यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता.