बाथरूम में गाते वक्त क्यों खुद की कर्कश आवाज लगती है सुरीली, जानें वजह
अकेले बैठे-बैठे लोग अक्सर कोई गाना गुनगुनाने लगते हैं. हालांकि, जिनकी आवाज अच्छी नहीं होती, वो नहीं चाहते कि कोई उनका गाना सुने.
बेसुरे लोग अक्सर चुपके से या फिर बाथरूम में गाना गाते हैं, जिसे बाथरूम सिंगर कहा जाता है.
लेकिन क्या आपने कभी ये नोटिस किया है कि बाथरूम में गाना गाते समय खुद की कर्कश आवाज भी सुरीली लगने लगती है? आइए हम बताते हैं इसके पीछे की वजह...
बाथरूम में गाना गाना इंसान के डेवलपमेंट में बहुत सहायक होता है. बाथरूम में कोई भी इंसान खुलकर गाया है, जिससे उसके अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है.
बाथरूम में लोगों की आवाज गूंजती है. क्योंकि, इसकी कठोर सतहें, जैसे टाइल्स या शीशा आवाज को सोखती नहीं हैं, बल्कि परावर्तित कर देती हैं.
जिसके कारण हमारी आवाज गूंजती है और अधिक सुरीली लगती है. इसके अलावा बाथरूम छोटे आकार में बना होता है, जिससे आवाज एक ही जगह पर गूंजती रहती है.
जब कोई बाथरूम में गाना गाता है, तो उसकी आवाज इन्हीं सख्त सतहों से टकराकर वापस आती हैं, जिससे गूंज पैदा होती है.
जो हमारी आवाज को और अधिक सुरीली बना देती है. क्योंकि, आवाज गूंजने के कारण सुर बढ़ जाते हैं. जिससे गाना अच्छा लगता है.
जब हम अच्छे मूड में होते हैं, तो दिमाग से डोपामाइन और एंडोर्फिन नाम के हैप्पी हॉर्मोन्स रिलीज होचे हैं. ये मेंटल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. ऐसे में बाथरूम में गाते समय काफी अच्छा महसूस होता है.