राखी में आखिर क्यों बांधी जाती है तीन गांठ, जानिए महत्व
सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है.
ये पर्व भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है. इस साल 9 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जा रहा है.
इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं, वहीं भाई उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं.
आपने ये ध्यान दिया होगा कि बहनें राखी बांधते समय उसमें 3 गांठें लगाती हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर 3 गांठ क्यों बांधी जाती है. आइए जानते हैं...
राखी में 3 गांठ बांधने के पीछे बहुत ही गहरी मान्यता छिपी हुई है. ऐसी मान्यता है कि ये तीन गांठे त्रिदेव- ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) का प्रतीक होती हैं.
राखी की पहली पहली गांठ ब्रह्मा जी को समर्पित होती है, जो सृष्टि के रचयिता हैं. इससे जीवन में सकारात्मकता का वास होता है.
दूसरी गांठ भगवान विष्णु को समर्पित होती है, जो जगत के पालनहार कहलाते हैं. ये भाई की रक्षा और समृद्धि के लिए होती है.
वहीं, तीसरी गांठ भगवान शिव को समर्पित होती है. इससे बुरी शक्तियों का नाश होता है.