इंदिरा एकादशी पर कर लें ये उपाय, सभी पापों से मिलेगी मुक्ति
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी इस बार बुधवार को मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य कन्या राशि और चंद्रमा कर्क राशि में विराजमान रहेंगे.
इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं होगा, जबकि राहुकाल दोपहर 12:15 बजे से 1:47 बजे तक रहेगा. इस समयावधि में शुभ कार्यों से बचना चाहिए.
गरुड़ पुराण के अनुसार, इंदिरा एकादशी का व्रत जन्म-जन्मांतर के पापों को नष्ट करता है और मृत्यु के बाद आत्मा को उच्च लोक में स्थान दिलाता है.
यह व्रत पितरों को नरक से मुक्ति दिलाकर वैकुंठ लोक की प्राप्ति कराता है. इस दिन पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है.
इंदिरा एकादशी पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई सरल और प्रभावी उपाय किए जा सकते हैं. आइए जानते हैं.
इंदिरा एकादशी पर दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं.
इंदिरा एकादशी पर एक काले कपड़े में रखकर काले तिल और दाल गाय को खिलाना पितरों को तृप्त करता है.
इंदिरा एकादशी पर पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर परिक्रमा करने से भी विशेष फल की प्राप्ति होती है.
विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ और 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का जाप पितरों की आत्मा को शांति देता है.
इसके अतिरिक्त, जरूरतमंदों को घी, दूध, दही और चावल का दान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.