दुनिया का पहला ऐसा कैमरा जो शरीर के अंदर का भी खींच सकता हैं फोटो, जानिए टेक्नोलॉजी
न्यूक्लियर मेडिसिन तकनीकें जैसे SPECT स्कैन अब तक शरीर में छिपी बीमारियों को देखने में मदद करती रही हैं.
लेकिन इन स्कैनर्स में इस्तेमाल होने वाले डिटेक्टर्स बेहद महंगे और जटिल होते हैं.
ऐसे में ही अब नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और सूझो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दुनिया का पहला पेरोव्स्काइट-बेस्ड डिटेक्टर बनाया है.
यह गामा रेज को बेहद सटीकता से पकड़कर SPECT इमेजिंग को और भी साफ, किफायती और सुरक्षित बना देगा.
इस तकनीक से बने डिटेक्टर्स न केवल ज्यादा सटीक इमेज देंगे बल्कि मरीजों को कम रेडिएशन और छोटे स्कैन समय से फायदा मिलेगा.
बता दें कि 2013 में पहली बार साबित हुआ था कि पेरोव्स्काइट क्रिस्टल्स गामा किरणों और एक्स-रे को पहचान सकते हैं.
वहीं, अब इसी तकनीक को आगे बढ़ाते हुए शोधकर्ताओं ने पिक्सल-बेस्ड सेंसर बनाया है, बिल्कुल स्मार्टफोन कैमरे के पिक्सल्स की तरह.
इस सेंसर ने बेहद हल्के सिग्नल को भी कैप्चर किया, जिससे क्लिनिकल स्कैनर्स में बारीक़ से बारीक़ डिटेल्स तक दिखाई दीं.
नए पेरोव्स्काइट कैमरे से बने डिटेक्टर्स ज्यादा संवेदनशील हैं इसलिए मरीजों को कम समय तक स्कैन करवाना होगा.
साथ कम रेडिएशन की खुराक दी जाएगी और डॉक्टरों को साफ़-सुथरी डायग्नोस्टिक इमेज मिलेगी.