गुरु नानक जी के वो प्रेरणादायक विचार, जो दिखाते हैं सफलता का मार्ग

हर साल कार्तिक मास के पूर्णिमा के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है, जिसे गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है.

गुरु नानक जी ने ही सिख समाज की नींव रखी थी, इसी कारण उन्हें सिख समुदाय के पहले गुरु माना जाता है.

गुरु नानक जी के विचारों का पालन करके व्यक्ति अपना पूरा जीवन बदल सकता है ऐसे में चलिए जानते है उनके विचारों को...

किसी का भी हक नहीं छिनना चाहिए.  दूसरों का हक छिनता है, उसे कभी भी समाज में सम्मान नहीं मिलता है.

धन को जेब तक ही सीमित रखना चाहिए. उसे हृदय में स्थान नहीं देना चाहिए. क्योंकि हृदय पर स्थान देने से लालसा और बढ़ जाती है.

स्त्री-जाति का आदर करना चाहिए. स्त्री और पुरुष दोनों को ही बराबर मानना चाहिए.

ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नहीं रहता.  क्योंकि मानसिक तनाव से मुक्ति मिल जाती है.

संसार को जीतने से पहले स्वयं अपने विकारों पर विजय पाना अति आवश्यक है.

लोगों को प्रेम, एकता, समानता, भाईचारा और आध्यात्मिक ज्योति का संदेश देना चाहिए.

अहंकार कभी नहीं करें, बल्कि विनम्र भाव से जीवन गुजारें. अहंकार करने से बड़े बड़े विद्वान भी बर्बाद हो गए.