कब है उत्पन्ना एकादशी, यहां जानिए तिथि और पूजा विधि
मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है. सभी एकादशियों की तरह इस एकादशी पर भी जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा विधि विधान से की जाती है.
ऐसी मान्यता है कि जो भक्त अगहन माह की एकादशी का व्रत रखकर व्रत के सभी नियमों का पालन करता है, उस पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा बरसती है.
साथ ही उसे जाने-अनजाने में किए पापों से मुक्ति मिल जाती है.
आइए जानते हैं इस साल कब है उत्पन्ना एकादशी और इस दिन कैसे करें भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा…
बता दें कि इस साल एकादशी का व्रत 15 नवंबर दिन शनिवार को रखा जाएगा.
उत्पन्ना एकादशी के दिन सुबह उठकर व्रत का संकल्प लें और स्नान करें. सबसे पहले केले के वृक्ष में जल अर्पित करें.
इसके बाद पूजा घऱ में धूप, दीप, नैवेद्य आदि सोलह सामग्री से भगवान विष्णु की पूजा करें. इस दौरान आसन ग्रहण करें.
इसके बाद श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करें. पूजा की समाप्ति पर श्री हरि विष्णु से अनजाने में हुई भूल या पाप के लिए क्षमा मांगे.
ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और हमारे जाने-अनजाने में किए पापों से मुक्ति मिलती है.