काल भैरव जयंती पर भगवान को लगाएं इन चीजों का भोग, बनी रहेगी सुख-समृद्धि

मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन बाबा काल भैरव अवतरित हुए थे.

इसलिए हर साल इस तिथि के दिन बाबा काल भैरव की पूजा विशेष रूप से करते हुए काल भैरव जयंती मनाई जाती है. 

आज 12 नवंबर 2025 को काल भैरव जयंती मनाई जा रही है.

शास्त्रों के अनुसार काल भैरव जयंती के दिन कुछ खास चीजों का भोग लगाने से बाबा काल भैरव की विशेष कृपा बरसती है. आइए जानते हैं...

भगवान काल भैरव की पूजा में इमरती को प्रमुख भोग माना जाता है. इमरती का भोग लगाने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं, क्योंकि ये उनका प्रिय भोग है.

कई जगहों पर भगवान काल भैरव को कच्ची शराब या देसी शराब का भोग लगाने की परंपरा है. हालांकि यह रिवाज स्थानीय परंपराओं के अनुसार निभाई जाती है.

काला तिल या काले तिल से बनी चीजों का भोग भी काल भैरव को लगाना शुभ होता है. आप तिल से बनी मिठाई, लड्डू, रेवड़ी आदि का भोग लगा सकते है. इससे शनि ग्रह से जुड़े कष्ट कम होते हैं.

दही वड़ा का भोग लगाने से काल भैरव की उग्र उर्जा शांत होती है. साथ ही उड़द से बने दही वड़ा भोग लगाने से जीवन में संतुलन और स्थिरता बनी रहती है.

काले उड़द दाल से बनी खिचड़ी का भोग भी आप काल भैरव को लगा सकते है. यह भोग लगाने से इच्छाएं पूर्ण होती है.