क्‍या होता है पंचक, इस समय कौन-कौन से कामों को करने की होती है मनाही?

सनातन परंपरा में किसी भी काम को करते समय शुभ अशुभ समय को देखने की परंपरा सदियों से चली आ रही है.

पंचांग के अनुसार, कुछ ऐसे दिन होते है, जिस दिन कोई भी काम करना शुभ होता है, तो वहीं, कुछ दिन शुभ कामों को करने से बचना चाहिए.

इन्‍ही दिनों में से एक है पंचक, जिसे ज्‍योतिष में कई कार्यो के लिए काफी अशुभ माना गया है.

इस दौरान कई ऐसे काम होते है, जिन्‍हें करने से व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है.

ऐसे में आइए जानते हैं कि पंचक कब से शुरु हो रहा और कब खत्म होगा, साथ ही इस दौरान किन कार्यों को करने से बचना चाहिए.

ज्योतिष के मुताबिक, 27 नवंबर को दोपहर 02:07 बजे से पंचक प्रारंभ होगा और 1 दिसंबर की रात को 11:18 बजे खत्म होगा.

पंचांग के अनुसार पंचक की शुभता और अशुभता जिस दिन से उसकी शुरुआत होती है, उससे तय होती है.

इस बार पंचक गुरुवार से प्रारंभ हो रहा है, इसलिए यह अशुभ नहीं कहा जाएगा.

आमतौर पर पंचक के दौरान कोई भी धार्मिक या मांगलिक कार्यो को करने की मनाही होती है.

हालांकि व्यवाहारिक नियम जैसे मकान पर छत डलवाना, दक्षिण दिशा की यात्रा करना, चारपाई बुनने की मनाही रहेगी.

पंचक के दौरान दाह संस्कार से जुड़े नियम और पूजन का पालन करना चाहिए.