कम नहीं ज्‍यादा सोना भी है बीमारियों का लक्षण, जानें किसके लिए कितने घंटें की नींद जरूरी

कुछ लोग रात में पूरी नींद लेने के बाद भी दिन भर झपकी लेते रहते हैं. चाहे वो बस हो, क्लास हो या फिर कोई मीटिंग.

ऐसे में यदि आप भी इस समस्‍या से परेशान है, तो आपको अपने सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है.

दरअसल, ज़्यादा सोना शरीर में छिपी बीमारियों या हार्मोंस में गड़बड़ी का लक्षण है.

इसके अलावा, आजकल ज़्यादा प्रदूषण की वजह से शरीर में हुई ऑक्सीजन की कमी से भी आपको दिनभर सुस्ती-नींद बनी रहती है.

जिन लोगों के शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है वो 9 से 10 घंटे नींद के बाद भी झपकी लेते रहते हैं.

ये हाइपर-सोम्निया की कंडीशन है. जो शरीर में ऑक्सीजन लेवल कम होने से ही बनती है और फिर इससे स्लीप प्रोसेस डिस्टर्ब होता है.

स्टडी के मुताबिक, रोज 9 घंटे से ज्यादा नींद मोटापा, डायबिटीज, बीपी, हार्ट प्रॉब्लम और डिप्रेशन जैसी बीमारियों की वजह बन सकती है.

ऐसे में नवजात बच्चे को 14-17 घंटे, 3-5 साल के बच्‍चे को 10-13 घंटे, 14-17 साल के बच्चे को 8-10 घंटे, जबकि 18 से अधिक के लोगों को 7 से 9 घंटे सोना चाहिए.

वहीं, अधिक सोने से डायबिटीज, मोटापा, हार्मोन बिगड़ना, शरीर में फैट जमा, हार्ट प्रॉब्लम, शरीर में ब्लड फ्लो कम, हार्ट की आर्टरीज़ कमजोर हो सकती है.