भारत के अलावा इन देशों को हथियार सप्लाई करता है रूस, जानिए नाम
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच रहे हैं. इस मौके पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम हैं.
भारत-रूस का रिश्ता भरोसे और तकनीक दोनों की नींव पर खड़ा है और ये यात्रा उस नींव पर एक और परत जोड़ने का काम कर सकती है.
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि रूस अपने हथियार और किन-किन देशों को देता है...
रिपोर्टों के अनुसार, रूस ने पिछले दो दशकों में एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व और लैटिन अमेरिका तक अपने उन्नत हथियार बेचे हैं.
ये हथियार सिर्फ AK-सीरीज की राइफलें या साधारण मिसाइल नहीं होते हैं. इनमें लड़ाकू विमान, टैंक, एयर डिफेंस सिस्टम, पनडुब्बियां, अटैक हेलिकॉप्टर और लंबी दूरी की मिसाइलें शामिल हैं.
इस लिस्ट में भारत सबसे बड़ा और सबसे भरोसेमंद ग्राहक है, लेकिन उसके बाद रूस की सप्लाई चेन कई दिलचस्प दिशाओं में फैलती है.
चीन, वियतनाम, म्यांमार, ईरान, इराक, मिस्र, अल्जीरिया, सीरिया, बांग्लादेश, अंगोला, नाइजीरिया और इथियोपिया जैसे देशों को रूस ने अपने-अपने राजनीतिक समीकरणों के हिसाब से हथियार दिए हैं.
भारत की बात करें तो उसने रूस से ऐसे हथियार खरीदे हैं जिन्हें दुनिया का कोई दूसरा देश नहीं पा सका है. भारतीय वायुसेना के पास मौजूद सुखोई-30 MKI इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
जिसे भारत के हिसाब से खास तौर पर कस्टमाइज किया गया है. यही नहीं, एस-400 मिसाइल सिस्टम जैसी तकनीक रूस ने बहुत चुनिंदा देशों को ही दी है.
भारतीय सेना के पास बड़े पैमाने पर रूसी टैंक T-72 और T-90 मौजूद हैं, जिन्हें कई बड़े युद्ध अभ्यासों में भारतीय सेना की रीढ़ कहा जाता है.
नौसेना का INS विक्रमादित्य, रूसी प्लेटफॉर्म पर आधारित फ्रिगेट्स, पनडुब्बियां और मिसाइलें ये सभी दर्शाती हैं कि रूस और भारत का सैन्य रिश्ता कितना गहरा है.