हिंदू साम्राज्य की वह खूबसूरत महारानी, जिसके लिए बदल गया था सल्तनत का नक्शा
जब भी कभी भारतीय इतिहास की बात करते हैं तो हमें शौर्य, संस्कृति, वैभव और धर्मपरायणता की अनेक महान कहानियां और किस्से सुनने और पढ़ने को मिलते हैं.
लेकिन क्या आपके एक ऐसी महारानी के बारे में सुना है, जिसके लिए सल्तनत का नक्शा बदल गया हो, नहीं तो चलिए जानते है.
दरअसल भारतीय इतिहास में जितना पुरुषों का योगदान है, उतना ही योगदान महिलाओं का भी है और उन्हीं महिलाओं में से एक है महारानी पद्मिनी.
मेवाड़ की रानी महारानी पद्मिनी की पहचान भारतीय इतिहास की सबसे महान और साहसी रानियों में से एक थी
रानी पद्मिनी की सुंदरता को देख उन्हें पाने के लिए दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी पागल सा हो गया और इसके लिए संघर्ष शुरू कर दिया.
इसके लिए खिलजी ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया, जिसकी वजह से दिल्ली सल्तनत और चित्तौड़ के बीच भयंकर युद्ध हुआ.
इस भयानक युद्ध में चित्तौड़ के राजा रतन सिंह वीरगति को प्राप्त हुए, लेकिन रानी पद्मिनी ने दिल्ली सल्तनत की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया.
लेकिन जब राजपूत योद्धाओं की हार तय हो गई, तो रानी पद्मिनी ने हजारों दूसरी महिलाओं के साथ 'जौहर' किया, ताकि वे खिलजी के हाथ न लगें.
इस घटना ने भारतीय इतिहास को पूरी तरह बदल दिया. कहा जाता है, इस घटना ने सल्तनत के नक्शे को काफी हद तक प्रभावित किया.
दरअसल, चित्तौड़ राज्य दिल्ली सल्तनत के कब्जे में आ गया, लेकिन अलाउद्दीन खिलजी की जो तमन्ना थी रानी पद्मिनी को पाने की, वह कभी पूरी न हो सकी.