इन जगहों पर भूलकर भी नहीं हंसना चाहिए, वरना बनेंगे पाप के भागीदार

शारीरिक और मानसिक लाभ के लिए हंसना बेहद जरूरी होता है. हंसने से तनाव में कमी होती है.

साथ ही मन-मस्तिष्क पर इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.

लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसी जगहों का जिक्र किया गया है, जहां भूलकर भी हंसी-ठिठोली नहीं करना चाहिए.

इन जहगों पर हंसने से व्यक्ति पाप का भागीदार बनता है. आइए आपको बताते हैं कि किन जगहों पर नहीं हसंना चाहिए...

जिस घर में किसी की मृत्यु हो गई है, ऐसी जगह पर भूलकर भी नहीं हंसना चाहिए. इस जगह पर हंसने से शोकाकुल परिवार की भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, जिससे आप पाप के भागीदार बन सकते हैं.

शमशान घाट पर भूलकर भी नहीं हंसना चाहिए और ना ही शवयात्रा के दौरान. इन जगहों पर हंसने से मृत व्यक्ति का अपमान होता है. जो 100 पापों के समान माना जाता है.

मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर कभी नहीं हंसना चाहिए. इससे मंदिर की शांति भंग होती है और भक्त ईश्वर से नहीं जुड़ पाते हैं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)