आंख के फड़कने का है धर्मिक और वैज्ञानिक महत्व, जानिए
आंखों का फड़कना एक बेहद ही आम बात है, जो अक्सर लोगों से सुनने को मिलती है. ये दिक्कत लोगों में कुछ मिनट के लिए होती है फिर खुद ठीक हो जाती है.
लेकिन हिंदू धर्म में आंख का फड़कना शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़ा जाता है. ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि महिलाओं और पुरुषों में किस आंख का फड़कना शुभ है या अशुभ...
शास्त्रों के अनुसार महिलाओं में बाईं आंख का फड़कना शुभ संकेत देता है. इसका मतलब होता है कि उनके जीवन में कुछ अच्छा होने वाला है.
वहीं, महिलाओं में दाईं आंख का फड़कना अशुभ संकेत देता है. इसका मतलब होता है कि उनके साथ कोई दुर्घटना होने वाली है.
बात करें पुरुषों की तो उनके लिए दाहिनी आंख का फड़कना शुभ होता है. इसका मतलब होता है कि उनके साथ कुछ अच्छा होने वाला है.
वहीं पुरुषों में बाईं आंख का फड़कना अशुभ संकेत देता है. इसका मतलब होता है कि उनके साथ कुछ अनहोनी होने वाली है.
आंख फड़कने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. माना जाता है कि बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने पर या नींद ना पूरी होने पर मांसपेशियों में दिक्कत होने लगती है. जिसकी वजह से आंख फड़कने लगती है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)