लाल नहीं, बल्कि इस रंग का था 'लाल किला', जानिए किसने करवाया पेंट? 

दिल्ली स्थित लाल किला भारत की आजादी और गौरव का प्रतीक है. इसका निर्माण शाहजहां ने 17वीं सदी में करवाया था.

हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री साल किले पर झंडा फहराते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहले लाल किला लाल रंग का नहीं था.

ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि पहले लाल किला किस रंग का था और इसे किसने पेंट करवाया...

लाल किले का पुराना नाम 'किला-ए-मुबारक' था. इसे बनाने में एक दशक लगे थे. इसे सम्राट की शक्ति और भव्यता के प्रतीक के रूप में बनाया गया था.

ये किला  रूप से सफेद रंग का था, क्योंकि मूलजब शाहजहां ने इसे बनवाया तो किले की दीवारें और कई हिस्से सफेद चूने और संगमरमर से बने थे.

वहीं, 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद जब अंग्रेजों ने किले पर कब्जा किया तब उन्होंने इस किले की देखभाल शुरू की.

इस किले की दीवारें जब खराब होने लगीं, तो 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में अंग्रेजों ने इसकी दीवारों को लाल रंग से रंगवाया.

ये निर्णय संरक्षण के साथ-साथ लाल बलुआ पत्थर की मजबूती और उस दौरान की प्रचलित सामग्री के उपयोग के कारण भी लिया गया.

इसके बाद से ही ये किला 'लाल किला' के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध हो गया.