सिर्फ बुराईयां ही नहीं, रावण में थीं ये खुबियां, आपको भी लेनी चाहिए सीख

देशभर में दशहरा पर्व की तैयारी धूमधाम से चल रही है. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के दिन के रूप में मनाया जाता है.

इसी दिन भगवान श्री राम ने अहंकारी रावण का वध किया था. वहीं मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था.

इस साल 02 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा. रावण में कई कमियां थीं. लेकिन उसके में बहुत सारी खुबियां भी थीं.

ऐसे में आज हम आपको रावण की उन अच्छाईयों के बारे में बताएंगे, जिससे हर व्यक्ति को सीख लेनी चाहिए...

रावण बहुत ही ज्ञानी था. युद्ध के आखिरी समय में राम जी ने लक्ष्मण जी को रावण के पास शिक्षा लेने के लिए भेजा था. इससे हमें ये सीख मिलती है कि अगर आपके पास ज्ञान है तो शत्रु भी आपका सम्मान करते हैं. 

रावण के पास लगन थी. वो जिस चिज को पाना चाहता था. उसे हासिल करके रहता था. इससे ये सीख मिलती है कि हमें कोई भी काम निष्ठा के साथ करना चाहिए.

रावण भगवान शिव का सबसे बड़ा भक्त था. तीनों लोकों पर राज करने के बाद भी उसने अपना धर्म नहीं छोड़ा.  

लक्ष्मण जी को शिक्षा देते वक्त रावण ने कहा कि कभी भी अपने शत्रु और प्रतिद्वंद्वी को छोटा नहीं समझना चाहिए.

रावण ने लक्ष्मण जी को शिक्षा दी कि शुभ कार्य जितनी जल्दी हो उसे कर देना चाहिए और अशुभ को जितना हो सके उसे टाल देना चाहिए.