युगांडा की राजधानी में Ebola Virus का कहर जारी, बनाए गए आइसोलेशन सेंटर, जानिए इसके लक्षण
युगांडा की राजधानी कंपाला में इबोला वायरस के कारण 32 वर्षीय एक नर्स की मृत्यु हो गई.
इबोला वायरस का प्रकोप देखते हुए सरकार ने एक आईसोलेशन और उपचार केंद्र स्थापित किया है.
ये सुविधा मुलागो नेशनल रेफरल हॉस्पिटल में बनाई गई है, जिसमें 84 बिस्तर हैं. इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन और विश्व बैंक के सहयोग से विकसित किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी हेनरी क्योबे बोसा ने कहा कि ये केंद्र सूडान इबोला वायरस रोग के संदिग्ध और पुष्ट मामलों का प्रबंधन करेगा.
उन्होंने कहा कि यहां एक राष्ट्रीय आपातकालीन चिकित्सा टीम तैनात की गई है, जो पहले से प्रशिक्षित है और मरीजों की देखभाल के लिए तैयार है.
इबोला वायरस को लेकर सरकार ने जनता से शांत रहने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि स्थिति नियंत्रण में है.
युगांडा में पिछला इबोला प्रकोप सितंबर 2022 में शुरू हुआ था और जनवरी 2023 में समाप्त हुआ था, जिसमें 164 लोग संक्रमित हुए थे और 77 की मौत हुई थी.
इबोला एक दुर्लभ, लेकिन खतरनाक बीमारी है, जो संक्रमित जानवरों या लोगों के शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलती है. ये ज्यादातर अफ्रीका के कुछ हिस्सों में प्रकोप के रूप में फैलती है.
इसके शुरुआती लक्षण फ्लू की तरह होते हैं, जैसे बुखार, सिरदर्द और शरीर पर चकत्ते.
लेकिन ये तेजी से गंभीर रूप ले सकती है, जिससे उल्टी, रक्तस्राव और तंत्रिका संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.