नहीं रुकेगा Gaza में Israel का हमला, सीजफायर पर नहीं बन पाई कोई बात
गाजा में जंग शुरू होने पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की पश्चिम एशिया की नौवीं यात्रा खत्म हो गई है. दरअसल, इजरायल-हमास के बीच युद्धविराम का समझौता नहीं हो पाया है.
आपको बता दें कि इजरायल हमास के जरिए चुनौतियां बरकरार रहने के संकेत दिए जाने के बीच ब्लिंकन ने 20 अगस्त को कहा कि समझौते को इसी समय करना बहुत महत्वपूर्ण है.
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने सहयोगी मध्यस्थ देशों मिस्र और कतर में बैठकों के बाद कहा, "चूंकि, इजरायल ने हमास के साथ मतभेदों को पाटने के प्रस्ताव को एक्सेप्ट कर लिया है.
इसलिए अब हमास को साथ लाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की. उन्होंने कतर से जाने से पहले पहले पत्रकारों से कहा, ‘‘हमारा संदेश सरल, स्पष्ट और जरूरी है."
ब्लिंकन ने कहा, "हमें सीजफायर और बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते को आखिरी रूप देने की कोशिश है और हमें इसे अभी करना होगा. इसे इसी समय करना अहम है."
ईरान में हमास प्रमुख इस्माइल हनीयाह और लेबनान में हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर को हाल ही में इजरायल ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद ईरान और हिजबुल्लाह ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई है.
इससे मध्य पूर्व में चल रहे तनाव के युद्ध में बदलने की आशंका बढ़ गई है. यही वजह है कि अमेरिका ने गाजा में इजरायल और हमास के बीच जल्द से जल्द सीजफायर कराने की नाकाम कोशिश कर रहा है.
हमास ने 20 अगस्त को कहा कि यह प्रस्ताव उसके जरिए पहले जताई गई सहमति के उलट है. उसने अमेरिका पर इजरायल की नयी शर्तों को एक्सेप्ट करने का इल्जाम लगाया है.
इस पर अमेरिका की तरफ से फौरन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मिस्र में बैठकें करने से पहले ब्लिंकन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात की.
7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले में करीब 1200 इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी. इसके साथ ही हमास के लड़ाकों ने करीब 250 लोगों को अगवा कर लिया था.
बताया जाता है कि बंधकों में लगभग 110 लोग अभी गाजा में हैं, जबकि इजरायली अधिकारियों की मानें तो, उनमें एक-तिहाई मर चुके है. पिछले साल नवंबर में एक हफ्ते के सीजफायर के दौरान 100 से ज्यादा बंधकों को रिहा किया गया था.