व्यक्ति या जीव का कर्म ही उसके भाग्य का निर्माण करता है, पढ़ें सुविचार
कहते हैं कि अगर दिन की शुरुआत अच्छी होती है, तो पूरा दिन सकारात्मकता के साथ बितता है. ऐसे में आपके दिन को और खास बनाने के लिए हम लाए हैं कुछ सुविचार...
इच्छा ही आत्मा की एकमात्र मित्र है, और इच्छा ही आत्मा की एकमात्र शत्रु है.
कोई भी जो अच्छा काम करता है उसका कभी भी बुरा अंत नहीं होगा, न तो यहाँ और न ही आने वाले युग में.
व्यक्ति जो चाहे बन सकता है, यदि वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे.
जब ध्यान में महारत हासिल हो जाती है, तो मन हवा रहित स्थान में दीपक की लौ की तरह अडिग रहता है.
ज्ञान की भेंट किसी भी भौतिक भेंट से बेहतर है, क्योंकि सब कामों का लक्ष्य आत्मिक बुद्धि है.
जैसे आग की गर्मी लकड़ी को राख कर देती है, वैसे ही ज्ञान की आग सभी कर्मों को भस्म कर देती है.
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है.
इस जीवन में मनुष्य न तो कुछ खोता है, और न ही कुछ व्यर्थ होता है.