कब्ज से लेकर खांसी-जुकाम तक, कई समस्याओं के लिए रामबाण है ये फूल

लाल, सफेद, गुलाबी, नारंगी और पीले रंगों में खिलने वाला गुड़हल का फूल हर किसी के मन को भा जाता है.

यह फूल न सिर्फ देखने में सुंदर है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है.

आयुर्वेद में गुड़हल को कब्ज, खांसी-जुकाम, अनिद्रा और हृदय रोग जैसी कई समस्याओं के लिए रामबाण बताया गया है.

गुड़हल को ‘जपा’ के नाम से जाना जाता है, जो औषधीय गुणों का खजाना होता है

प्रकृति का यह उपहार पूजा-पाठ में उपयोग होने के साथ-साथ कई रोगों के इलाज में भी कारगर है.

बता दें कि गुड़हल के फूल का पेस्‍ट बालों में लगाने से डैंड्रफ दूर होता है और बाल चमकदार बनते हैं.

गुड़हल का शर्बत का सेवन अनिद्रा से जूझ रहे लोगों के लिए रामबाण माना जाता है.

गुड़हल की कली को पीसकर पीने से ल्यूकोरिया में राहत मिलती है.

इसके चूर्ण को दूध के साथ सुबह-शाम लेने से खून की कमी दूर होती है और इम्यूनिटी बढ़ती है.

इसके अलावा यह पेट की समस्याओं और मुंह के छालों में भी गुड़हल कारगर है.

वहीं तेज बुखार, खांसी और जुकाम में इसके पत्तों का काढ़ा पीना काफी लाभकारी होता है.