सभी भारतीय रहें सावधान! चीन के डाटा हड़पने के काले कारनामे का हुआ खुलासा
चीनी AI कंपनी DeepSeek का नाम आपने सुना होगा. इसकी वेबसाइट पर सिक्योरिटी को लेकर कोड खोजा गया है, जो संभावित तौर पर यूजर के लॉगिन की जानकारी चाइना मोबाइल को भेज सकता है.
सरकारी दूरसंचार कंपनी China Mobile को अमेरिका में काम करने की अनुमति नहीं है. DeepSeek चैटबॉट हाल ही में अमेरिका में सबसे ज्यादा डाउनलोड करने वाला ऐप बना. साथ ही इसकी सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं.
यूजर्स की सुरक्षा पर सवाल सबसे पहले कनाडाई साइबर सुरक्षा कंपनी Feroot Security ने उठाया. उन्होंने इसकी जानकारी न्यूज एजेंसी Associated Press को दी.
इसके बाद अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ी. ऐसा इसलिए क्योंकि AI सिस्टम में संवेदनशील डेटा का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है.
विशेषज्ञों की मानें, तो ये कनेक्शन व्यक्तिगत और संवेदनशील व्यावसायिक जानकारी को उजागर कर सकता है, जिससे चीन को खुफिया डेटा हासिल करने का मौका मिल सकता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला TikTok से भी बड़ा हो सकता है, क्योंकि AI चैटबॉट्स में साझा की जाने वाली जानकारी अक्सर अधिक गोपनीय होती है.
अमेरिका की Federal Communications Commission ने 2019 में राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता के कारण China Mobile को देश में काम करने से रोक दिया था.
2021 में बाइडेन प्रशासन ने चीनी मोबाइल पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए और अमेरिकी नागरिकों के लिए इसमें निवेश करने की सीमाएं तय कर दीं. Pentagon ने इसे चीनी सेना से जुड़े होने का खतरा बताया था.
Feroot Security की इस खोज की पुष्टि दो अकैडमिक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने की. उन्होंने DeepSeek के वेब लॉगिन सिस्टम में China Mobile से जुड़ा कोड पाया.
हालांकि, उत्तरी अमेरिका में किए गए परीक्षणों के दौरान कोई डेटा ट्रांसफर नहीं पाया गया, लेकिन विशेषज्ञ यह संभावना नहीं नकार रहे कि कुछ यूजर्स या विशेष परिस्थितियों में डेटा चीन भेजा जा सकता है.
मेलोन
विश्लेषण केवल वेब वर्जन पर केंद्रित था, जबकि ऐप स्टोर पर उपलब्ध DeepSeek का मोबाइल ऐप अभी जांच के दायरे में नहीं आया है.