घर में कुत्ता पालना शुभ या अशुभ? जानिए क्या कहते हैं प्रेमानंद महाराज
आजकल घर में कुत्ते-बिल्ली पालना एक आम बात हो गई है. लोग इन जानवरों को अपने परिवार का ही सदस्य मानते हैं.
लोग इन्हें अपने साथ गाड़ियों में घुमाते हैं. अपने बेडरूम में सुलाते हैं. लेकिन क्या आप इसका परिणाम जानते हैं?
अक्सर लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि घर में कुत्ता पालना शुभ है या अशुभ. ऐसे में प्रेरमानंद जी महाराज ने इस दुविधा पर मार्गदर्शन किया है.
सोशल मीडिया पर प्रेमानंद महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति उनसे पूछता है कि महाराज, क्या कुत्तों को घर में पाला जा सकता है.
ऐसा करने से कोई शास्त्र विरोधी बात तो नहीं होती है. इस सवाल पर महाराज मुस्कराते हुए कहते हैं कि कुत्ते-बिल्ली समेत सभी जीव भगवान ने ही बनाए हैं और उन्हें भी इस सृष्टि पर मनुष्य की तरह जीने का अधिकार है.
इसलिए कुत्ते-बिल्लियों को पालने या दुलार करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन यह शास्त्र सम्मत होना चाहिए.
शास्त्रों में कुत्तों को द्वारपाल कहा गया है, जिनका स्थान घर से बाहर होता है. इसलिए आप भले ही कुत्ते को पालें लेकिन उसे घर के अंदर न रखें बल्कि बाहर कहीं उसके लिए समुचित व्यवस्था कर दीजिए.
उसे भोजन दीजिए, बीमार होने पर इलाज का इंतजाम कीजिए. लेकिन रसोई या बेडरूम में साथ न लेकर जाएं. ऐसा करने से बीमारियां आ सकती हैं, साथ ही देवी-देवताओं की अप्रसन्नता भी झेलनी पड़ सकती हैं.
प्रेमानंद जी महाराज अपनी शिक्षाओं के जरिए लोगों का मार्गदर्शन करते हैं. वो राधा रानी के अनन्य भक्त हैं.