कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्न्नान करने के बाद प्रदोषकाल में दीपदान करना शुभ माना जाता है. नदी-तालाब में दीप प्रज्वलित कर प्रवाहित करते समय इन मंत्रों का जाप करें. ‘कीटाः पतंगा मशकाश्च वृक्षे जले स्थले ये विचरन्ति जीवाः, दृष्ट्वा प्रदीपं नहि जन्मभागिनस्ते मुक्तरूपा हि भवति तत्र’.