कार्तिक पूर्णिमा पर कर लें ये खास उपाय, चमक उठेगी किस्मत 

सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है. इस दिन गंगा स्नान के अलावा दीपदान किया जाता है. 

ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के ही दिन स्वर्ग लोग से संपूर्ण देवी-देवता पृथ्वी पर आकर दीपावली का पर्व मनाते हैं.

शास्त्रों के अनुसार, जो भी मनुष्य इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद कुछ चीजों का दान करने से उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

आइए जानते हैं कि स्नान के बाद किन चीजों का दान लाभदायी माना गया है…

कार्तिक पूर्णिमा का दिन श्रीहरि को समर्पित है. इस दिन भगवान विष्णु और माता तुलसी को जल चढ़ाकर सत्यनारायण की कथा सुनने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है. 

इसके अलावा भोलेनाथ का पंचामृत से अभिषेक करें, मां तुलसी को घी का दीपक जलाएं, मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाकर पूजन करें. ऐसा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्न्नान करने के बाद प्रदोषकाल में दीपदान करना शुभ माना जाता है. नदी-तालाब में दीप प्रज्वलित कर प्रवाहित करते समय इन मंत्रों का जाप करें. ‘कीटाः पतंगा मशकाश्च वृक्षे जले स्थले ये विचरन्ति जीवाः, दृष्ट्वा प्रदीपं नहि जन्मभागिनस्ते मुक्तरूपा हि भवति तत्र’. 

इस मंत्र का जाप करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. साथ ही अकाल मृत्यु का भय खत्म होता है.

कार्तिक पूर्णिमा के दिन कपड़े, अन्न, जूते-चप्पल का भी दान करना शुभ होता है. ऐसा करने से भक्तों पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.