Lawrence Bishnoi का कराया था जेल से ऑनलाइन इंटरव्यू, गई पुलिस अधिकारी की नौकरी
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एक इंटरव्यू मामले में पंजाब सरकार भगवंत मान सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. एक्शन के तहत डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को बर्खास्त कर दिया गया है.
बर्खास्तगी का आदेश गृह विभाग के सचिव गुरकीरत किरपाल सिंह ने जारी किया है, जिसमें संविधान के अनुच्छेद-311 के तहत हासिल शक्तियों का इस्तेमाल किया गया है.
मामला मार्च 2023 में निजी समाचार चैनल द्वारा लॉरेंस बिश्नोई के 2 साक्षात्कार प्रसारित करने से जुड़ा है. आरोप है कि इस अधिकारी ने लॉरेंस के इंटरव्यू की रिकॉर्डिंग कराने में मदद की थी.
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा गठित एसआईटी ने अपनी जांच में पाया कि पीपीएस के अधिकारी संधू ने एक टीवी चैनल को लॉरेंस बिश्नोई के साक्षात्कार की रिकॉर्डिंग की सुविधा प्रदान की थी.
ये साक्षात्कार 3 और 4 सितंबर 2022 की मध्यरात्रि को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से लिया गया था. तब बिश्नोई सीआईए, खरड़ की हिरासत में था.
लॉरेंस पर साल 2022 में सिद्धू मूसेवाला की हत्या का आरोप है. लॉरेंस के 2 इंटरव्यू पर विवाद है. इसमें से एक साक्षात्कार पंजाब पुलिस की हिरासत के दौरान मोहाली के खरड़ में हुआ था. वहीं, दूसरा राजस्थान में रिकॉर्ड हुआ था.
SIT जांच के अनुसार, दूसरा साक्षात्कार तब हुआ, जब बिश्नोई जयपुर केंद्रीय कारागृह में था. एसआईटी ने जेल परिसर में कैदियों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल से संबंधित एक मामले में जुलाई में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.
निलंबित पुलिसकर्मियों में डीएसपी गुरशेर सिंह संधू, डीएसपी समर वनीत, उपनिरीक्षक रीना, उपनिरीक्षक जगतपाल जांगू, उपनिरीक्षक शगनजीत सिंह, सहायक उप निरीक्षक मुख्तियार सिंह और हेड कांस्टेबल ओम प्रकाश शामिल हैं.
आपको बता दें कि अक्टूबर में एसआईटी ने 7 पुलिसकर्मियों को कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने का दोषी पाया, जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया.