सर्दियों में क्‍यों फटने लगते है होंठ, विटामिन और मिनरल्स से क्‍या है इसका कनेक्‍शन?

सर्दियों का मौसम स्किन और होंठों के लिए काफी चैलेंजिंग होता है.

शुष्क व सर्द हवाएं स्किन से मॉइश्चर छीन लेती हैं. इसका सबसे ज्यादा असर होंठों पर देखने को मिलता है.

दरअसल होंठों की स्किन बाकी स्किन की तुलना में काफी पतली, नाजुक और सेंसिटिव होती है.

यही वजह है कि कम तापमान, सर्द हवाओं और ड्राईनेस के कारण होंठ जल्दी फटने, छिलने और दर्द देने लगते हैं.

इसके अलावा, ठंड में लोग अक्सर पानी पीना कम कर देते हैं, जिसका असर होंठों पर सबसे पहले दिखाई देता है. वे रूखे होकर फटने लगते हैं.

सर्दियों में जब ठंडी और शुष्क हवा चलती है तो यह होंठों की नेचुरल मॉइश्चर को बहुत तेजी से सोख लेती है, जिससे होंठ सूखने व फटने लगते हैं.

वहीं, शरीर में कुछ विटामिन और मिनरल्स, जैसे विटामिन B2, विटामिन B3, विटामिन B6, आयरन और जिंक की कमी भी होंठ फटने लगता है.

सर्दियों में भी धूप की अल्ट्रावायलेट (UV) किरणें होंठों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे वे ड्राई और सेंसिटिव हो जाते हैं.

कुछ लोगों को फटे होंठों पर बार-बार जीभ लगाने की आदत होती है. यह एक अस्थायी राहत देता है.

लेकिन जब लार सूखती है तो वह होंठों की बची हुई नमी को भी सोख लेती है, जिससे होंठ और भी ज्यादा रूखे और फटे हो जाते हैं.