UP News: लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से अखिलेश यादव ने ताल ठोका, जानिए 5 बड़ी वजह

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की कन्नौज लोकसभा सीट से अपना नामांकन भरा है. उनकी उम्मीदवारी घोषित होने के साथ ही इस सीट से नामांकन करने के फैसले पर भी कई सवाल उठ रहे हैं. 

सवाल ये है कि अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने के लिए आखिर कन्नौज को ही क्यों चुना? 

ऐसी क्या मजबूरी थी कि खुद के भतीजे तेज प्रताप यादव की उम्मीदवारी को बदलकर इस सीट की कमान अपने हाथ में लेने को अखिलेश यादव मजबूर हो गए. 

दरअसल, इसके पीछे कई कारण साफ दिखाई देते हैं. आइए आपको बताते हैं इसके पीछे के कारण. कन्नौज लोकसभा सीट सपा के लिए बहुत खास है. ये सीट समाजवादी सिद्धांत पुरुष रहे राममनोहर लोहिया की कर्मभूमि रही है. 

यहां से चुनाव जीतकर अखिलेश इस सवाल को ही खत्म कर देना चाहते हैं. इससे इस सवाल पर भी विराम लग जाएगा की सपा अध्यक्ष खुद लोकसभा चुनाव की लड़ाई से क्यों दूर हैं? 

दूसरा ये की सपा की परंपरागत सीट सुरक्षित रहे. कोई संशय न रह जाए. इसलिए अध्यक्ष ने इस सीट की कमान खुद अपने हाथ में ले ली है. कन्नौज समाजवादी पार्टी की पारंपरिक सीट है. दशकों से सपा के गढ़ के तौर पर कन्नौज की पहचान होती रही है.

साल 1967 में राम मनोहर लोहिया ने यहां से संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से चुनाव में जीत हासिल की थी.

इसके बाद 2 बार जनता पार्टी ने इस सीट को अपने नाम किया. आगे चलकर साल 1998 से तत्कालीन सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने यहां से जीत दर्ज की. 

यहां से साल 2000 में अखिलेश यादव ने जीत दर्ज की. फिर समाजवादी पार्टी के खिलाफ लगभग हर पार्टी ने अपनी जमीन बनाने की कोशिश की पर कामयाबी नहीं मिली. 

21 साल के समाजवादी पार्टी के दबदबे के बाद साल 2019 के चुनाव में सपा को झुकना पड़ा. तब बीजेपी की उम्मीदवारी सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को हरा दिया. 

लगभग एक फीसदी से कम वोटों के अंतर से डिंपल यादव को हारना पड़ा. अब सपा कन्नौज को साधने में जुटी है. इसलिए अखिलेश यादव खुद कन्नौज से उम्मीदवार बनकर चुनावी मैदान में उतर गए हैं. 

एक वजह ये भी है कि अखिलेश यादव अगर चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो राजनीतिक माहौल बनाने में सपा को परेशानी हो सकती है.

इन सभी बातों के मद्देनजर खुद अखिलेश ने ही आगे आकर मोर्चा संभाल लिया है. अखिलेश के कन्नौज से चुनाव लड़ने की वजह से आस-पास की लोकसभा सीटों पर भी असर होगा. 

आइए आपको बताते हैं यादव परिवार के उम्मीदवार 1. फिरोजाबाद से अक्षय यादव उम्मीदवार हैं. 2. मैनपुरी डिंपल यादव उम्मीदवार हैं. 3. बदायूं आदित्य यादव उम्मीदवार हैं. 4. कन्नौज अखिलेश यादव उम्मीदवार हैं. 5. आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव उम्मीदवार हैं.