विजयादशी पर मां दुर्गा को क्‍यों दही-चूड़ा का लगता है भोग, जानें क्‍या है परंपरा

नवरात्र के नौ दिन समाप्‍त होने के बाद 10वें दिन विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है. इसके बाद माता का विसर्जन कर दिया जाता है.

हालांकि विजयादशमी पर मां दुर्गा के विदाई से पहले कई तरह की परंपराएं निभाई जाती हैं

नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा को अलग-अलग दिनों में विशेष तरह के भोग लगाए जाते हैं.

इसी तरह मां को विदाई देने से पहले उन्हें दही चूड़ा का भोग लगाया जाता है.

मान्यता है कि, दही और चूड़ा शुभता का प्रतीक होता है. विदाई से पहले मां को इसका भोग लगाना शुभ और फलदायी होता है.

कहा जाता है कि, नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा अपने मायके आती है. 9 दिनों तक ठहरने के बाद 10वें दिन उन्हें विदाई दी जाती है.

ऐसे में मां दुर्गा को भी उनकी विदाई से पहले दही-चूड़ा भोग की रस्म पूरी की जाती है.