मार्गशीर्ष अमावस्या पर कर लें ये खास उपाय, पितृदोष से मिलेगी मुक्ति
वैसे तो हिंदू धर्म में हर माह पड़ने वाली अमावस्या का महत्व है. लेकिन मार्गशीर्ष माह में पड़ने वाली अमावस्या का अपना अलग ही महत्व है.
ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष माह की अमावस्या के दिन जो लोग धन की देवी मां लक्ष्मी का पूजन करते हैं, उनके जीवन में कभी आर्थिक तंगी नहीं आती है.
इसके अलावा इस दिन नदी में स्नान कर पितरों का पूजन करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं कब है मार्गशीर्ष अमावस्या और इस दिन कौन सा उपाय करना शुभ होगा.
इस साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 20 नवंबर को मनाई जाएगी. इस दिन ही स्नान, दान और पितृ दोष के उपाय किए जाएंगे.
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों के नाम से दान करना और तर्पण करना बेहद फलदायी होता है. इस दिन पितरों को तर्पण करने के लिए पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें.
गरीब ब्राम्हण को भोजन कराकर उन्हें अपनी शक्ति अनुसार दान-दक्षिणा देकर विदाई करें. इसके साथ ही शाम के वक्त दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
ऐसी मान्यता है कि इस उपाय को करने हमारे पितरों के आत्मा को शांति मिलती है और वे प्रसन्न होकर हमे सदैव सुखी रहने का आशीर्वाद देते हैं.
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन उठकर पवित्र नदी में स्नान करें और फिर देवों के राजा सूर्य देव को जल चढ़ाएं. फिर आप सूर्य देव को तिल अर्पित करके गायत्री मंत्र का जाप करें.
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन आर्थिक संकट दूर करने के लिए तुलसी की माला लेकर 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. इस उपाय को करने से धन संबंधी सभी परेशानी दूर हो जाएगी.
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक लाल रंग के धागे की बत्ती से जलाएं. इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.