विनायक चतुर्थी पर इस विधि से करें पूजा, घर में होगा खुशियों का आगमन

विनायक चतुर्थी का सनातन धर्म में अहम महत्व है. इस अवसर पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है. 

आज मार्गशीर्ष माह की विनायक चतुर्थी है, इसे कृच्छ्र चतुर्थी कहते हैं. विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से उत्तम फल मिलता है. 

साथ ही घर में खुशियों का आगमन होता है. चलिए जानते हैं विनायक चतुर्थी की पूजा विधि…

विनायक चतुर्थी के दिन सुबह ब्रह्म बेला में उठें. इस दिन की शुरुआत गणपति बप्पा के ध्यान से करें.

इसके बाद गंगाजल मिश्रित जल से स्नान करें और पीले वस्त्र धारण करें.

मंदिर की साफ-सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें और अब सूर्य देव को जल दें.

इसके बाद एक चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर भगवान गणेश की प्रतिमा विराजमान करें.

अब कलश स्थापित करें और विधिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें. गणपति बप्पा को मोदक, अक्षत, कुमकुम, चंदन, फूल चढ़ाएं.

गणेश चालीसा का पाठ और भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें या सुनें.

संध्याकाल में आरती करें और प्रसाद का वितरण करें. अब फलाहार करें और अगले दिन पूजा करने के बाद व्रत का पारण करें.