मौनी अमावस्या के दिन भूलकर भी न करें ये काम, वरना नाराज हो जाएंगे पितृ

हिंदू धर्म में माघ माह में पड़ने वाली मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है. मौनी अमावस्या को माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है.

मौनी अमावस्या के दिन स्नान-दान का बड़ा ही महत्व है. इस दिन पितरों को तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध भी किया जाता है.

शास्त्रों के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन पूर्वज धरती पर आते हैं. ऐसे में इस दिन भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए, वरना पितरों की नाराजगी झेलनी पड़ती है.

मौनी अमावस्या के दिन तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से पितृ क्रोधित हो जाते हैं.

मौनी अमावस्या के दिन भूलकर भी अपने पूर्वजों के लिए कुछ बुरा न बोलें.

मौनी अमावस्या के दिन गाय, कुत्ता और कौवे को कष्ट नहीं देना चाहिए. इससे मनुष्य पाप का भागी बनता है.

मौनी अमावस्या के दिन पितरों का पिंडदान, तर्पण और दान-पुण्य करना ना भूलें. वरना आपको पितरों का आशीर्वाद नहीं मिलेगा.

मौनी अमावस्या के दिन घर के आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)