मोहिनी एकादशी पर भूलकर भी न करें ये काम, वरना भगवान विष्णु हो जाएंगे नाराज
धार्मिक ग्रंथ के अनुसार, भगवान विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए कई अवतार लिए. इसी कड़ी में एक अवतार की कथा ऐसी भी है जब विष्णुजी ने नारी का अवतार लिया था.
प्रभु ने धर्म की रक्षा के लिए मोहिनी का रूप धारण किया. हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को मोहिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है.
इस साल 8 मई को ये व्रत रखा जाएगा. मान्यता है कि विधिपूर्वक पूजा करने और व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
शास्त्रों के अनुसार, मोहिनी एकादशी पर भूलकर भी कुछ काम नहीं करने चाहिए वरना भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं. आइए जानते हैं...
मोहिनी एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए, क्योंकि मां तुलसी एकादशी का व्रत रखती हैं.
मोहिनी एकादशी के दिन साबुन से नहीं नहाना चाहिए. इस दिन चावल से बनी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए.
मोहिनी एकादशी के दिन भूलकर भी तामसिक चीजों जैसे- मांस, शराब, लहसुन, प्याज आदि के सेवन नहीं करना चाहिए.
मोहिनी एकादशी के दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए. इस दिन अपना मन शांत रखना चाहिए.
(अस्वीकरण: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ‘The Printlines’ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)