इन नस्ल के कुत्तों को पालना हो सकता है खतरनाक, भारत में हैं बैन

इस वक्त देश में स्ट्रीट डॉग्स को लेकर हंगामा मचा हुआ है. जहां एक तरफ सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में स्ट्रीट डॉग्स को हटाने का समर्थन कर रहा.

तो वहीं, देश के लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इस बीच हम आपको उन नस्ल के कुत्तों के बारे में बताएंगे, जो बहुत खतरनाक होते हैं और वो भारत में बैन हैं...   

कई रिपोर्ट के मुताबिक कुत्ते के काटने के लगभग 40% मामलों में पिटबुल ही जिम्मेदार होते हैं. ये बेहद खतरनाक होते हैं. इसलिए भारत समेत अन्य देशों में इन्हें बैन कर दिया गया है.

अमेरिकन बुलडॉग काफी बड़े और मजबूत होते हैं. ये स्वभाव से बेहद खुशमिजाज होते हैं, लेकिन इनकी शिकार करने की क्षमता अधिक होती है. इनकी ताकत को देखते हुए भारत में इन्हें बैन किया गया है. 

वोल्फ डॉग में कुत्ते और भेड़िये दोनों के लक्षण पाए जाते हैं. इनका वजन 36-56 किलो तक होता है. ये काफी ताकतवर होते हैं और इनके स्वभाव को कोई नहीं भाप सकता. ये किसी पर भी अटैक कर सकते हैं.

पहले डोगो अर्जेंटीनो को जानवरों के शिकार और खतरनाक खेलों के लिए पाला जाता था, लेकिन इनके आक्रामक स्वभाव को देखते हुए इन्हें भारत में बैन कर दिया गया.

नीपोलिटन मास्टिफ स्वभाव से अत्यंत आक्रामक होते हैं. ये बच्चों और बड़ों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं. इनका वजन 90 किलो तक होता है. भारत में इन कुत्तों को पालना प्रतिबंधित है.

केन कोरसो दुनिया के सबसे घातक कुत्तों में से एक है. ये काफी शक्तिशाली और हिंसक होते हैं. इसलिए ये भारत समेत अधिकांश देशों में प्रतिबंधित हैं.

टोसा इनु को फाइटर डॉग भी कहा जाता है. ये बहुत बड़े और भारी होते हैं. इनका वजन 58-90 किलो के बीच होता है. इनके आक्रामक स्वभाव के कारण भारत में इन्हें बैन किया गया है.

फिला ब्रासीलेरो स्वभाव से आक्रामक और लालची होते हैं. इन्हें भारत में पालने की अनुमति नहीं है.