पितृपक्ष में भूलकर भी न करें ये काम, वरना पितर हो जाएंगे नाराज
हिंदू धर्म में पितृपक्ष का खास महत्व है. इस दौरान लोग अपने पूर्वजों के मृत्यु की तिथि पर उनके निमित श्राद्ध करते हैं.
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष में पितरों को जल देने और उनके निमित श्राद्ध कर्म करने से वे प्रसन्न होकर अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं.
पितृपक्ष के दौरान पितर पृथ्वी पर वास करते हैं. ऐसे में इस समय कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरुरी होता है.
पितृपक्ष में कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है. मान्यता है कि अगर हम पितृपक्ष के दौरान ये काम करते हैं तो पितर नाराज हो जाएंगे. आइए जानते हैं...
पितृपक्ष के दौरान मांस मदिरा, तामसिक भोजन का सेवन बिलकुल भी ना करें से पूर्वज नाराज हो जाते हैं और उसका सीधा असर आपके वंश पर पड़ता है.
पितृपक्ष के दौरान शारीरिक संबंध बिलकुल ना बनाएं. इस दौरान सख्ती से ब्रह्मचर्य का पालन करें.
पितृपक्ष के दौरान पूरे 15 दिनों तक मांगलिक कार्य जैसे गृह प्रवेश, मुंडन, जनेऊ बिल्कुल भी ना करें.
पितृपक्ष के दौरान भूलकर भी सूर्योदय और सूर्यास्त के समय ना सोएं.
पितृपक्ष के दौरान अगर दरवाजे पर कोई भिखारी आए तो उसे खाली हाथ ना लौटाएं और ना तो उनका अपमान करें.