नेपाल के बाद अब PAK में Gen-Z की बगावत, इन देशों को भी है युवाओं से डर
नेपाल के बाद अब पाकिस्तान में नई पीढ़ी सड़कों पर उतर रही है. जेन-जी की आवाज अब कई देशों की सरकार की नींद उड़ा दी है.
गुरुवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारी संख्या में युवा सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
ऐसे में आइए जानते हैं कि अब किन-किन देशों को Gen-Z से डरने की जरूरत है.
बता दें कि पाकिस्तान से पहले नेपाल में भी इसी पीढ़ी ने भ्रष्टाचार और राजनीतिक अक्षमता के खिलाफ आंदोलन किया था. श्रीलंका में भी युवा आंदोलन कर चुके हैं.
म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली को लेकर युवा पहले ही सशस्त्र विरोध तक जा चुके हैं, और इंडोनेशिया में इंटरनेट सेंसरशिप के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है.
अफ्रीकी देशों में युवा सबसे ज्यादा बेबाक है. #EndSARS आंदोलन ने नाइजीरिया में साबित किया कि युवा अब शासन से जवाब चाहते हैं. दक्षिण अफ्रीका में भी गरीबी और नस्लीय असमानता के खिलाफ यह पीढ़ी संगठित हो रही है.
यूरोप में जेन-जी जलवायु परिवर्तन, सामाजिक न्याय और रोजगार के अवसरों को लेकर सड़कों पर उतर चुके हैं.
तुर्किए में राजनीतिक नियंत्रण और आर्थिक अस्थिरता के बीच युवा आंदोलन की संभावनाएं बढ़ सकती हैं. ब्राजील और मेक्सिको में बड़े युवा वर्ग, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के कारण जेन-जी राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों का हिस्सा बन सकते हैं.
अमेरिका और यूरोप में जबकि लोकतंत्र मजबूत है, लेकिन नस्लीय असमानता, शिक्षा, पर्यावरण और बेरोजगारी जैसे मुद्दे नए आंदोलनों को जन्म दे सकते हैं.