Rangbhari Ekadashi पर भूलकर भी न करें ये 5 काम, टूट सकता है आर्थिक संकट का पहाड़
Rangbhari Ekadashi: हर माह में 2 बार एकादशी आती है. एक शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में आती है.
आपको बता दें फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी और आमलकी एकादशी के नाम से भी जानते हैं.
ये काफी महत्वपूर्ण एकादशी है. इस बार ये 20 मार्च को मनाई जा रही है. इस व्रत का पारण अगले दिन द्वादशी तिथि को होगा.
इस दिन भगवान विष्णु के साथ ही महादेव और माता पार्वती का पूजा किया जाता है. इस दिन कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए. आइए बताते हैं रंगभरी एकादशी पर क्या नहीं करना चाहिए.
रंगभरी एकादशी को लेकर धार्मिक मान्यताओं की मानें, तो रंगभरी एकादशी पर काले कपड़े पहनना बेहद अशुभ माना जाता है.
शास्त्रों की मानें, तो किसी खास पूजा और व्रत में काले कपड़ों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए पीले कपड़े पहनना चाहिए. बेहद शुभ माना जाता है.
दरअसल, भगवान विष्णु को तुलसी का पौधा बहुत प्रिय है. वहीं, रंगभरी एकादशी पर तुलसी के पौधे और पत्तियों को न छुएं.
इस दिन तुलसी की पत्तियां तोड़ने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं. इसके चलते आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है.
रंगभरी एकादशी पर कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस दिन मास-मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन न करें. ऐसा करने से व्रत का फल नहीं मिलेगा. पारण भी सात्विक भोजन से करें.
अगर आप रंगभरी एकादशी का व्रत रखते हैं, तो मन साफ रखें. इस दिन किसी का अपमान न करें, लड़ाई-झगड़े से बचें. किसी का दिल न दुखाएं.
रंगभरी एकादशी पर चावल के सेवन से बचें. चावल का सेवन अशुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार ऐसा करने पर अगला जन्म रेंगने वाले जीव का मिलता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष गणनाओं पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)