भारत आ रहे राष्ट्रपति पुतिन, ये फोर्स संभालेगी उनकी सुरक्षा की कमान

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत दौरे पर आ रहे. इस दौरे के दौरान वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. 

पुतिन दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र प्रमुखों में से एक हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा चाक-चौबंद होती है. 

ऐसे में आइए जानते हैं कि पुतिन भारत दौरे पर आएंगे तो उनकी सुरक्षा कितनी अचूक होगी?

रूसी फ़ेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस (FPS) एक रूसी सरकारी सुरक्षा एजेंसी है जो रूस के राष्ट्रपति और कई बड़े वीवीआईपी लोगों और अधिकारियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाती है. 

ये 1995 में स्थापित की गई थी और इसका नेतृत्व रूस के राष्ट्रपति की देखरेख में होता है. यह एजेंसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दो दिवसीय भारत दौरे में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.

जब भी पुतिन किसी दौरे या सम्मेलन में भाग लेने के लिए किसी दूसरे देश में जाते हैं तो लगभग 100 रूसी फ़ेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस (FPS) के सुरक्षा कर्मी हमेशा पुतिन के साथ होते हैं. 

इनमें से करीब 50 सुरक्षा कर्मी पुतिन के दौरे से पहले उस देश में जाते हैं जहां पुतिन का दौरा होता है, और यह सुरक्षाकर्मी उन सभी जगहों की जांच और गहन छानबीन करते हैं जहां पुतिन जाएंगे. 

इसके अलावा, उनके भोजन की जांच रूस से लाई गई एक पोर्टेबल लैब में की जाएगी ताकि किसी भी प्रकार की ज़हर देने की साजिश से बचा जा सके. उनके व्यक्तिगत कचरे (मल-मूत्र) को भी परीक्षण के लिए वापस मॉस्को भेजा जाता है.

भारत की सुरक्षा एजेंसी भी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इस भारत दौरे को सुरक्षा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. 

Special Protection Group (SPG) भारत की सबसे उन्नत और ताकतवर सुरक्षा एजेंसियों में से एक है, जो भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और प्रमुख लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है.