कन्या पूजन में करने से बचें ये गलती, वरना रुष्ट हो जाएंगी मां दुर्गा
नवरात्रि को लेकर इन दिनों घरों से लेकर मंदिरों तक मां भगवती के भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.
01 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का समापन हो जाएगा. पुराणों में नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन आवश्यक बताया गया है.
क्योंकि, ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन के बिना नवरात्र व्रत अधूरा माना जाता है.
शास्त्रों के अनुसार, कन्या पूजन में कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए, वरना 9 दिन के व्रत का फल नहीं मिलता है. आइए जानते हैं...
अष्टमी और नवमी दोनों तिथि कन्या पूजन के लिए शुभ मानी जाती है. कन्या पूजन में सभी कन्याओं को एक समान उपहार देना जरूरी होता है.
कन्या पूजन में इस बात का ध्यान रखें कि कन्याओं को काले रंग की कोई भी वस्तु भेंट न करें.
इसके अलावा चमड़े, स्टील या लोहे से बनी चीजें भी नहीं देनी चाहिए. इससे शनि और राहु-केतु लगता है.
अगर कन्याओं का पेट भरा हो तो उन्हें जबरदस्ती भोजन न कराएं, उन्हें देवी स्वरूप मानकर प्रेमपूर्ण व्यवहार करें.
इस दिन जिस स्थान पर कन्या पूजन किया हो, उस स्थान को पूजा के तुरंत बाद साफ न करें.