कहीं आप भी तो कंट्रोल नहीं करते आंसू, इन बीमारियों के हो सकते हैं शिकार
आंसू आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे हम खुशी, गम, दर्द या अन्य भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं.
लेकिन कई बार लोग अपनी भावनाओं को छिपाने के लिए या खुद को मजबूत दिखाने के लिए आंसू कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि आंसू रोकना सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है. आइए जानते हैं...
जबरदस्ती आंसू रोकने से हमें शारीरिक और मानसिक तनाव हो सकता है, जिसके कारण डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं.
आंसू कंट्रोल करने से सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आंसू रोकने से दिल संबंधी बीमारियां हो सकती हैं.
खुलकर रोने से मानसिक तनाव कम होता है और हमारी बॉडी में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं, जिससे शरीर काफी हल्का महसूस करता है.
इतना ही नहीं, खुलकर रोने से हमारा शरीर भावनात्मक बोझ से भी मुक्त हो जाता है. जिससे आप खुशहाल जीवन जी सकते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक रोना हमें कमोजर नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी, विधि, तरीक़ों पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)